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प्रथम विश्व युद्ध में संयुक्त राज्य अमेरिका


प्रथम विश्व युद्ध में संयुक्त राज्य अमेरिका

प्रथम विश्व युद्ध 1914 से 1918 तक चला एक बड़ा युद्ध था। इसमें कई देश शामिल थे, जिनमें संयुक्त राज्य अमेरिका भी शामिल था। यह पाठ आपको यह समझने में मदद करेगा कि संयुक्त राज्य अमेरिका युद्ध में कैसे शामिल हुआ, युद्ध के दौरान उसने क्या किया और युद्ध के बाद क्या हुआ।

प्रथम विश्व युद्ध की पृष्ठभूमि

प्रथम विश्व युद्ध 1914 में शुरू हुआ था। यह दो देशों के समूहों के बीच युद्ध था। एक समूह को मित्र राष्ट्र कहा जाता था। मित्र राष्ट्रों में फ्रांस, यूनाइटेड किंगडम और रूस जैसे देश शामिल थे। दूसरे समूह को केंद्रीय शक्तियाँ कहा जाता था। केंद्रीय शक्तियों में जर्मनी, ऑस्ट्रिया-हंगरी और ओटोमन साम्राज्य जैसे देश शामिल थे।

संयुक्त राज्य अमेरिका युद्ध में क्यों शामिल हुआ?

पहले तो अमेरिका युद्ध में शामिल नहीं होना चाहता था। वे तटस्थ रहना चाहते थे, यानी वे किसी का पक्ष नहीं लेना चाहते थे। लेकिन कई ऐसी चीजें हुईं, जिससे अमेरिका को अपना मन बदलना पड़ा।

एक महत्वपूर्ण घटना लुसिटानिया का डूबना था। लुसिटानिया एक बड़ा जहाज था जो लोगों को संयुक्त राज्य अमेरिका से यूरोप ले जा रहा था। 1915 में, एक जर्मन पनडुब्बी ने लुसिटानिया को डुबो दिया, और कई लोग मारे गए, जिनमें अमेरिकी भी शामिल थे। इससे संयुक्त राज्य अमेरिका में कई लोग बहुत नाराज़ हुए।

एक और महत्वपूर्ण घटना ज़िमरमैन टेलीग्राम थी। 1917 में जर्मनी ने मेक्सिको को एक गुप्त संदेश भेजा। संदेश में मेक्सिको से केंद्रीय शक्तियों के पक्ष में युद्ध में शामिल होने के लिए कहा गया था। बदले में जर्मनी ने मेक्सिको को वह ज़मीन वापस दिलाने में मदद करने का वादा किया जो उसने संयुक्त राज्य अमेरिका से खो दी थी। संयुक्त राज्य अमेरिका को संदेश के बारे में पता चला, और इससे वे बहुत चिंतित हो गए।

इन घटनाओं के कारण, और क्योंकि वे मित्र राष्ट्रों में अपने मित्रों की मदद करना चाहते थे, संयुक्त राज्य अमेरिका ने युद्ध में शामिल होने का फैसला किया। 6 अप्रैल, 1917 को संयुक्त राज्य अमेरिका ने जर्मनी के खिलाफ युद्ध की घोषणा कर दी।

युद्ध में संयुक्त राज्य अमेरिका ने क्या किया?

जब संयुक्त राज्य अमेरिका युद्ध में शामिल हुआ, तो उसने मित्र राष्ट्रों की मदद के लिए यूरोप में सैनिक भेजे। इन सैनिकों को अमेरिकी अभियान बल (AEF) कहा जाता था। AEF के नेता जनरल जॉन जे. पर्शिंग थे।

संयुक्त राज्य अमेरिका ने मित्र राष्ट्रों को भोजन, हथियार और दवाइयाँ जैसी आपूर्ति भेजकर भी मदद की। संयुक्त राज्य अमेरिका की फैक्ट्रियों ने इन आपूर्तियों को बनाने के लिए बहुत मेहनत की।

संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा लड़ी गई सबसे महत्वपूर्ण लड़ाइयों में से एक आर्गन फॉरेस्ट की लड़ाई थी। यह लड़ाई 1918 में हुई थी, और यह युद्ध की आखिरी बड़ी लड़ाइयों में से एक थी। संयुक्त राज्य अमेरिका और मित्र राष्ट्रों ने इस लड़ाई को जीत लिया, और इससे युद्ध को समाप्त करने में मदद मिली।

युद्ध के बाद क्या हुआ?

युद्ध 11 नवंबर 1918 को समाप्त हुआ। इस दिन को अब युद्धविराम दिवस या वेटरन्स डे कहा जाता है। युद्ध के बाद, लड़ने वाले देशों ने एक शांति संधि पर हस्ताक्षर किए जिसे वर्साय की संधि कहा जाता है। इस संधि पर 1919 में हस्ताक्षर किए गए थे।

युद्ध के दौरान संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति रहे राष्ट्रपति वुडरो विल्सन के पास शांति के लिए एक योजना थी। उनकी योजना को चौदह सूत्र कहा जाता था। सबसे महत्वपूर्ण बिंदुओं में से एक राष्ट्र संघ का विचार था। राष्ट्र संघ उन देशों का समूह था जो दुनिया में शांति बनाए रखने के लिए मिलकर काम करेंगे। संयुक्त राज्य अमेरिका ने राष्ट्र संघ बनाने में मदद की, लेकिन वे इसमें शामिल नहीं हुए।

युद्ध के बाद, कई सैनिक संयुक्त राज्य अमेरिका वापस आ गए। वे घर आकर खुश थे, लेकिन उनमें से कुछ को नौकरी पाने में कठिनाई हुई। युद्ध के बाद सैनिकों की मदद करने और पुनर्निर्माण के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका को भी बहुत सारा पैसा देना पड़ा।

मुख्य बिंदुओं का सारांश

प्रथम विश्व युद्ध इतिहास की एक बहुत ही महत्वपूर्ण घटना थी। इसने दुनिया को कई मायनों में बदल दिया, और यह दिखाया कि शांति बनाए रखने के लिए देशों का एक साथ मिलकर काम करना कितना महत्वपूर्ण है।

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